रामगढ कहाँ है | रामगढ़ जिला कब बना

रामगढ जिला

झारखण्ड का अंतिम और 24वा जिला में से एक रामगढ जिला है| जो भारत के पूर्वी भाग में स्थित है| आज के समय में रामगढ जिला कई विकसित जिलो को विकास के मामले पछाड़ चूका है| रामगढ शहर अपने उधोग और संस्कृति के लिए देश में अपना शीर्ष स्थान रखता है| भाले ही झारखण्ड का अंतिम जिला हो, लेकिन यहाँ विकास बहुत तेजी से हुआ है|

ये भी पढ़े 

रामगढ कहाँ है

भारत के झारखण्ड राज्य में रामगढ जिला स्थित है| जिसका मुख्यालय रामगढ छावनी है| रामगढ जिला झारखण्ड के केंद्र में स्थित है| और ये अपनी उधोग जगत, संस्कृति एवं अपने प्राकृतिक सुन्दरता के लिए प्रसिद् है| यहाँ जय माँ छिन्नमस्तिका का एक मंदिर है, जो बहुत ज्यादा लोकप्रिय है| और संस्कृति का केंद्र भी है|

रामगढ़ जिला कब बना

रामगढ जिला पहले हजारीबाग जिला का हिस्सा हुआ करता था| 12 सितम्बर 2007 को हजारीबाग से अलग करके एक नया जिला गठित किया गया| आज जिसे हम रामगढ जिला के नाम से जानते है|

रामगढ जिला का सीमा

पूर्व में पुरुलिया जिला

उत्तर और दक्षिण में हजारीबाग जिला

उतर पूर्व में बोकारो जिला

दक्षिण में राँची जिला

रामगढ़ जिला में कितना प्रखंड है

जिला में कुल 6 प्रखंड है, चितरपुर, दुलमी, गोला, रामगढ, मांडू, पतरातू, आदि, इसके अलावा इन सभी प्रखंड में कुल गाँव 361 और 125 ग्राम पंचायत शामिल है|

जिलारामगढ
क्षेत्रफल1360.08 वर्ग कि.मी
जनसँख्या9,49,443
पुरुष4,94,230
महिला4,55,213
भाषाहिन्दी, खोरठा
गाँव364
अनुमण्डल1
ब्लाक6
पंचायत125
RTO CODEJH24
PIN CODE829103, 829117, 829122

रामगढ जिला के नदियाँ

रामगढ जिला छोटानागपुर पठार का हिस्सा है, जिसका अधिकांश भाग दामोदर घाटी पर पड़ता है| दामोदर नदी हजारीबाग पठार एवं राँची पठार से घिरा हुआ है|

बरका पहाड़ रामगढ-राँची सीमा समुद्र तल से 3442 मीटर ऊँचा है| और यह जिलो को अलग भी करती है| रामगढ जिला का दामोदर नदी मुख्य नदी है, और यह नदी बेसिन भी बनती है| जिसमे कई छोटे सहायक नदी शामिल है| उनमे से नयकारी, भेरवी या भेडा और बोकारो नदी शामिल है| इसके अलावा बहुत सारे छोटी नदियाँ है| हुर्हुरी, गोमती, कुरूम, कोच्ची, शेरभूकी, और धोबधब आदि|

स्वर्ण रेखा नदी जिला के दक्षिण पूर्व भाग में बहती है| कदमगरा नदी स्वर्ण रेखा की सहायक नदी है|

राँची जिला क्यों प्रसिद्ध है 

बोकारो जिला क्यों प्रसिद्ध है 

दुमका जिला कहाँ है 

जलप्रपात

रजरप्पा जलप्रपात भेरवी और दामोदर नदी के संगम पर है| इसके अलावा नलकारी बांध पतरातू में है|

खनिज संसाधन

रामगढ जिला खनिज संपदाओं में भी धनी है, क्योंकि जिला में कोयले और मीथेन का एक विशाल भंडार है| इसके अलावा चुना पत्थर के साथ-साथ अग्नि मिटटी जैसे कई खनिज मौजूद है|

रामगढ जिला का कोयला एरिया दामोदर घटी में स्थित है, जो कोयले का भंडार मुख्य रूप से दक्षिण करनपुर, पश्चिम बोकारो, रामगढ एरिया में पाए जाते है|

कोयला खदान 

रामगढ जिला में कोल india की सहायक कंपनी सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड कार्यरत है| कोयला एरिया को अलग-अलग हिस्सों में बांटा गया है|

दक्षिण करनपुर कोलफील्ड – बरका सयाल एरिया, अरगडा एरिया

रामगढ कोयला एरिया – रजरप्पा क्षेत्र, रजरप्पा वाशरी

पश्चिम बोकारो कोलफील्ड – कुजू एरिया, हजारीबाग एरिया

कैप्टिव कोयला खनन ब्लाक

उधोग और कृषि

भारत के पूर्वी भाग में झारखण्ड का रामगढ जिला एक महत्वपूर्ण जिला माना जाता है| यहाँ कई प्रकार के खनिज एवं उससे जुड़ा उधोग जैसे steel, आयरन, सीमेंट, रिफैक्ट्री, और थर्मल power प्लांट कोयले और अन्य खनिजो के उपलब्ध होने के चलते ये सब उधोग स्थापित है|

कृषि

रामगढ जिले मुख्य व्यवसाय खेती है, जो मौसम के अनुसार विभिन्न प्रकार की खेती की जाती है| यहाँ खरीफ, रबी, और जेद तीन प्रकार खेती की जाती है| रामगढ जिला में चावल, मक्का, रागी, फल और सब्जियां जिला का मुख्य फसल है|

मिटटी और जलवायु

जिला में दो प्रकार के मिटटी पायी जाती है, जिसमे लाल मिटटी और दोमट मिटटी शामिल है|

रामगढ जिला का जलवायु अर्द चरम प्रकार की है, जो गर्मियों के दौरान 40 डिग्री तक बढता है| और सर्दियों में 10 डिग्री तक गिर जाता है|

वन और वन्य जीवन

रामगढ जिला का वन क्षेत्र 487 कि.मी है. जो वनस्पति और पेड़ पौधे एवं जंगली जीवो में हाथी का बसेरा है| जिला के 30 गांव हाथियों से प्रभावित है|

जनसँख्या

2011 के जनसँख्या के अनुसार जिले में लगभग 949443 था, और वृद्धि दर 13.06% था| अगर लिंगानुपात की बात करे तो 1000 पुरुषो पर 921 महिलाये है| जिसमे साक्षरता दर 73.92% है|

रामगढ जिला में हिन्दू की आबादी 81.55% है| मुस्लिम की आबादी 13.59% है| सरना की आबादी 3.41% आबादी एवं ईसाई का आबादी 0.76 है|

भाषा

रामगढ जिला विभिन्न धर्मो एवं जाती लोग निवास करते है. इसलिए यहाँ भाषा भी अलग अलग बोली जाती है| सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा खोरठा, हिन्दी, संताली आदि है|

रामगढ राजा की कहानी

ये उस समय की बात है| जब भारत देश अंग्रेजो से पूरी तरह आजाद हो चुका था| तब उस समय भारत में कई राजा और रजवाड़े हुआ करते थे| तब उस समय बिहार राज्य हुआ करता था| और रामगढ हजारीबाग जिला हुआ करता था| और हजारीबाग छोटानागपुर का हिस्सा हुआ करता था|

1368 से लेकर 1955 तक यानि 587 साल तक 19 राजाओ ने खूब शासन किया| रामगढ के अंतिम शासक राजा बहादुर कामख्या नारायण सिंह थे| आजाद भारत देश के बिहार राज्य के छोटानागपुर क्षेत्र में राजा बहादुर कामख्या नारायण सिंह का जोर चलता था| उस समय ऐसा था, कि कोई भी उमीदवार को इस राज परिवार का आशीर्वाद मिलता था, तो जीत उसका निश्चित था|

राजा नारायण सिंह 1970 में विधान सभा के सदस्य रहे, और कई चुनाव में जितने वाले एकमात्र ऐसा उमीदवार था| आजादी की लड़ाई में नारायण सिंह ने महात्मा गाँधी का भरपूर साथ दिया था| जिसे ब्रिटिश सरकार ने इसे राजा बहादुर की उपाधि दी थी|

विधान सभा और लोक सभा तक सफ़र 

देश को आजादी मिलने के बाद रजा नारायण सिंह कांग्रेस में रहकर ही जनजागरण अभियान चलाया करता था| तब देश में जवाहरलाल नेहरु की सरकार थी, मगर किसी तरह के मतभेद होने के चलते कांग्रेस पार्टी छोड़कर अपनी पार्टी खड़ा कर दी थी| जिसे छोटानागपुर संथाल परगना पार्टी के नाम से जाना जाने लगा| लेकिन 1960 में इस पार्टी को राज गोपालचारी की स्वतंत्र पार्टी में विलय कर दिया| उस समय बिहार में उनके पार्टी के 7 संसद थे, और 50 विधायक जो उस समय विपक्ष के नेता बने थे| इस राज परिवार के लोग कई बार संसद और विधायक बने| उस समय चतरा, हजारीबाग, गिरिडीह, धनबाद आदि जगह से इस पार्टी के जिस उमीदवार को  खड़ा किया जाता था, तो उसकी जीत तय थी, क्योंकि उस इस राज परिवार का खूब दबदबा चल रहा था|

आजादी के पहले और बाद में भी कांग्रेस का देश में बहुत ज्यादा दबदबा था| इसके वावजूद इस राजपरिवार के लोग और इनके पार्टी के लोग चुनाव जीत जाते थे|

शिक्षा

कॉलेज और यूनिवर्सिटी

जिला में दो कॉलेज है, जो राज्य सरकार द्वारा संचालित होती है|

रामगढ कॉलेज रामगढ

रामगढ इंजीनियरिंग कॉलेज, रामगढ

स्कूल

एस एस गर्ल्स हाई स्कूल, रामगढ़ कैंट

गांधी स्मारक हाई स्कूल रामगढ कैंट

नोट – ये सिर्फ सरकारी स्कूल और कॉलेज है| इसमें किसी भी प्राइवेट स्कूल और कॉलेज का जिक्र नहीं किया गया है|

स्वास्थ सेवा

रामगढ जिला में राज्य सरकार के दो हॉस्पिटल कार्यरत है| जो राज्य सरकार द्वारा संचालित होती है|

प्राथमिक स्वास्थ केंद्र

सदर अस्पताल रामगढ

इसके अलावा जिला में छोटे – बड़े प्राइवेट नर्सिंग होम भी है, और यहाँ सी.सी.एल का अपना अलग हॉस्पिटल है, जिसमे नाइसारा और सिल्वर जुबली हॉस्पिटल प्रमुख है|

रामगढ़ जिला आकर्षक स्थल

 रजरप्पा मंदिर

रामगढ जिला में बहुत ज्यादा लोकप्रिय रजरप्पा मंदिर है| जो लोग इसे छिनमस्तिके मंदिर के नाम से जाना जाता है| यह मंदिर भेरवी एवं दामोदर नदी के संगम पर स्थित है. जो रामगढ जिला से लगभग 28 किलोमीटर पूरब की दिशा में स्थित है|

रजरप्पा मंदिर शक्ति का एक प्राचीन स्रोत्र माना जाता है| क्योंकि यहाँ जो भी भक्त सच्चे दिल से माँ छिन्नमस्तिके से प्रार्थना करता है| तो देवी माँ उनके मनोकामना को जरुर पूरा करता है| इसके अलावा रजरप्पा मंदिर शादी विवाह के लिए भी एक महत्वपूर्ण जगह है| यहाँ से बहुत सारे जोड़ी देवी माँ को साक्षी मानकर विवाह करते है| और अपनी वैवाहिक सुखी जीवन बिताते है|

रजरप्पा मंदिर सर्दियों में पिकनिक स्पॉट बन जाता है, यहाँ दूर दराज से लोग पिकनिक मानाने आते है| यहाँ के प्राकृतिक दृश्य का आनन्द लेते है| रजरप्पा मंदिर में रात्रि सेवा भी उपलब्ध है| जो लोग रात को रुकना चाहे तो उसके लिए होटल की सुविधा उपलब्ध है|

रामगढ़ जिला पतरातू डैम

पतरातू डैम का निर्माण पतरातू थर्मल पॉवर प्लांट को नियमित पानी मिल सके, इसी उदेश्य से इसकी स्थापना की गयी है| यह रामगढ जिला से 30 किलोमीटर की दुरी पर ये डैम स्थित है|

पतरातू डैम में निलकानी नदी एवम इस डैम के आस-पास के पहाडियों झरनों से पानो को इक्कठा किया गया है| इस डैम की जल भण्डार क्षमता 81 वर्ग मिल है| पतरातू डैम अपने पिकनिक स्पॉट के लिए भी प्रसिद्ध है, जो हर साल सर्दियों के मौसम में लोगो का जमवाडा रहता है|

टूटी झरना

रामगढ छावनी से टूटी झरना लगभग 7 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है| जहाँ शिवजी की मंदिर है| इस मंदिर में जो शिवलिंग है, उसमे उसमे अपने आप प्राकृतिक रूप से पानी गिरता है| जो अपने आप में एक चमत्कार है|

यहाँ के स्थानीय लोगो का मानना है, कि जो भी इस पानी को प्रसाद के रूप में ग्रहण करता है, तो उनके मन शांत और हर दुःख से लड़ने की शक्ति मिलती है|

उधोग

रामगढ जिला में विभिन्न प्रकार के उधोग जो सरकारी एवं गैर- सरकारी स्थापित किया गया है| यहाँ खनिज के विशाल भंडार होने के चलते कई तरह के छोटे माध्यम एवं बड़े उधोग कार्यरत है| इसमें से कोल इंडिया की सहायक कंपनी सी.सी.एल, एन.टी.पी.सी पतरातू, पी.टी.पी.एस, बर्नपुर सीमेंट फैक्ट्री, डी.वी.सी जैसे सरकारी कंपनी है|

इसके अलावा प्राइवेट कंपनी में जिंदल स्टील एंड पॉवर, इनलैंड पॉवर, चिंतपूर्ण स्टील आदि जैसे कंपनी का फैक्ट्री चल रहा है|

यातायात सुविधा

रेल सुविधा

रामगढ जिला में चार रेलवे स्टेशन है| रामगढ कैंट रेलवे स्टेशन, SER राँची रोड, अरगडा और बरकाकाना जंक्शन जिसका मुख्यालय धनबाद डिवीज़न है| राँची से रामगढ तक 6 ट्रेनों का संचालन होता है| जिसमे RNC BSB EXPRESS, JHARKHAND SJ EXPRESS, ROURKELA MURI JAT EXPRESS, BSB RNC EXPRESS, SBP BSB EXPRESS जैसे ट्रेन शामिल है, और ये 2 घंटे 15 मिनट में राँची से रामगढ पहुंचा देती है|

सड़क मार्ग

रामगढ जिला राँची हजारीबाग एक्सप्रेसवे राँची जुड़ा हुआ है| इसके अलावा राष्ट्रीय राजमार्ग के द्वारा विभिन्न शहरो से भी जुड़ा हुआ है| जिसके चलते यहाँ विभिन्न प्रकार के लग्जरी बस से लेकर AC बस एवं ऑटो, टैक्सी जैस छोटी बड़ी गाड़ी से रामगढ आसानी से पहुंचा जा सकता है|

वायु मार्ग या एयरपोर्ट

जिला अभी तक तो कोई एयरपोर्ट नहीं है| इसका निकटतम हवाई अड्डा बिरसा मुण्डा एयरपोर्ट राँची है|

संस्कृति

रामगढ जिला में विभिन्न प्रकार जाती एवं धर्मो के लोग निवास करते है, इसलिए यहाँ की संस्कृति एवं रीति रिवाज भी अलग-अलग है| यहाँ सबसे अधिक मनाया जाने वाला त्यौहार होली, दीपावली, छठ, दशहरा, नवरात्री, रामनवमी, कर्मा, सरहुल, टुसू, ईद, सरस्वती पूजा, मकर सक्रांति, जितिया आदि है| रामगढ जिला में खनन एवं उधोग गतिविधियों के चलते यहाँ विस्कर्मा पूजा भी धूम-धाम से मनाया जाता है| रजरप्पा मंदिर में मकर सक्रांति के दिन लगने वाला मेला भी बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है|

रामगढ जिला के भोजन

जिला में रोटी, फुल्का, चावल, दाल, सब्जी, तरकारी आदि बहुत लोकप्रिय है, इसके अलावा दुसका एवं वाडा यहाँ की प्रसिद्ध स्थानीय फ़ास्ट फ़ूड है|

Official website – ramgarh.nic.in

 

 

 

 

 

%d bloggers like this: