मध्य प्रदेश क्षेत्रफल के आधार पर भारत का सबसे बड़ा राज्य था.लेकिन 1 नवंबर 2000 को 16 जिला अलग होकर एक अलग राज्य का निर्माण हुआ,और वो था छतीसगढ़.अब मध्य प्रदेश भारत का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है.मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल है.और यह एक सुन्दर नगर है.इसके पडोसी राज्य उतर प्रदेश ,बिहार ,झारखण्ड ,उड़ीसा ,आन्ध्र प्रदेश ,महाराष्ट्र ,गुजरात तथा राजस्थान है.जो राज्य को चारो तरफ से घेरे हुए है.
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राज्य | मध्य प्रदेश |
राजधानी | भोपाल |
क्षेत्रफल | 3,08,252 |
जनसंख्या | 7,26,26,809 |
भाषा | हिंदी ,सिन्धी |
मध्य प्रदेश के जिले madhya pradesh me kitne jile hai
मध्य प्रदेश में 52 जिले थे. 3 नए जिले का निर्माण हुआ है.जो कुल मिलकर 55 हो गया है. और 10 संभाग है
- ग्वालियर
- शिवपुरी
- गुना
- अशोकनगर
- दतिया
- भिण्ड
- मुरैना
- श्योपुरकला
- इंदौर
- धार
- बड़वानी
- झाबुआ
- अलीराजपुर
- पश्चिम निमाड़ (खरगेन )
- पूर्व निमाड़ (खंडवा )
- बुरहानपुर
- उज्जैन
- नीमच
- देवास
- सजापुर
- आगर
- रतलाम
- मंदसौर
- भोपाल
- सीहेर
- रायसेन
- विदिशा
- राजगड
- होशंगाबाद
- हरदा
- बैतूल
- सागर
- दमोह
- पन्ना
- छतरपुर
- टीकमगड
- रीवा
- सीधी
- सिंगरौली
- सतना
- शाहडोल
- अनुपपुर
- उमरिया
- डिंडोरी
- जबलपुर
- कटनी
- बालाघाट
- छिन्दवाडा
- नरसिंगपुर
- सिवनी
- मंडला
- निवाड़ी
- मैहर – सतना जिला से अलग हुआ है
- नागदा – उज्जैन जिला से अलग हुआ है
- चाचौड़ा – गुना जिला से अलग हुआ है
एक नज़र राज्य के बारे में बिस्तार से rajya ke bare me details
1 .तहसील – 424 (2019 के अनुसार ) 2 .नगर /शाहर – 476 (2011 के जनगणना के अनुसार ) 3.नगर निगम – 16 4.नगर पालिका – 99 5.नगर परिषद् – 293 6.ग्राम पंचायत – 22812 7.जिला पंचायत – 51 8.पुलिस थाने – 1117 9.लोक सभा सीटे – 29 10.राज्य सभा सीटे – 11 11.बिधान सभा सीटे – 230 |
मध्य प्रदेश की नदियाँ Madhya Pradesh Ki nadiya
मध्य प्रदेश में नर्मदा राज्य के प्रमुख नदी है.और चम्बल ,बेतवा ,केन और सोन ,जैसा अन्य महत्पूर्ण नदी है.यह नदी बरसाती नदी है.जो बरसात के मौसम में इन नदियों पर बाढ़ आ जाती है.इन सभी नदियों पर बांध को बनाकर पानी का भण्डारण किया गया है.जो सिंचाई तथा बिजली उत्पादन के लिए उपयोग किया जाता है.मध्य प्रदेश में गाँधी सागर बांध राज्य का सबसे बड़ा बांध है.
पठार ,पर्वत और पहाड़ियां madhya pradesh ki parvat,pahad,pathar
मध्य प्रदेश में विभिन्न प्रकार के धरातल है.इसमें मैदान भाग ,पहाड़ियां ,उच्च भूमि ,पर्वत तथा घाटियाँ है.राज्य के उतरी भाग में समतल और उपजाऊ मैदान है.और इसकी पश्चिमी भाग में मालवा का पठार है.लेकिन पूर्व में छतीसगढ़ और बस्तर के मैदानी भाग है.यहाँ पहाडियों के बीच में उपजाऊ घाटियाँ है.मगर नर्मदा की घाटियाँ भी बहुत उपजाऊ है.मध्य प्रदेश में विन्ध्या और सतपुड़ा पर्वत राज्य के बहुत बड़े भाग को घेरे हुए है.
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मध्य प्रदेश के मौसम madhya pradesh ki mousam
राज्य के उतरी भाग में कई प्रकार के जलवायु है जो गर्मी के मौसम में जादा गर्मी और सर्दी के मौसम जादा ठण्डी होती है.इसके पूर्वी भाग में अधिक वर्षा होती है.वही पश्चिमी भाग में कम वर्षा होती है.
मध्य प्रदेश के जंगल madhya pradesh ki jungle
मध्य प्रदेश राज्य के लगभग 32 प्रतिशत भाग वनो से ढाका हुआ है.इस वन में सागवान ,साल ,सलाई ,हरर ,बहेड़ा, मेहना ,आदि पेड़ मिलते है.इस पहाड़ियों के ढलान तेंदू वनो से ढाका हुआ है.तेंदू के पते बीडी बनाने के कम आते है.राज्य के मालवा क्षेत्र में उपजाऊ वाली काली मिट्टी पायी जाती है.जिसमे कपास की भारी मात्रा में खेती की जाती है.यहाँ ज्वार, गेंहू, चावल, तथा मोटे अनाज जैसे कोंड, कुतकी, सोमा, आदि मुख्य फसले है.और तिलहन, कपास, और गन्ना महत्पूर्ण व्यापारिक फसले है.सोयाबीन की खेती भी राज्य में भारी मात्रा में किया जाता है.
खनिज के उत्पादक madhya pradesh me khanij
मध्य प्रदेश खनिज सम्पदा में भी धनी है,यहाँ उतम किस्म का चुना पत्थर ,डोलोमाइट ,लोह अयस्क ,मैगनीज अयस्क, तांबा अयस्क ,कोयला ,फाँस्फेट मिट्टी और बाक्ससाइट आदि मिलता है.और हीरे तथा टिन के उत्पादक एक मात्र राज्य है.
व्यावसाय madhya pradesh me vyawsay
राज्य के ग्रामीण क्षेत्र के लोग अधिकतर खेती करते है.कुछ लोग खनन का भी कम करते है.और कुछ लोग वनो में भी कम करते है.और बहुत से लोग उधोग तथा कारखानों में काम करते है. जिसे हम मुख्य व्यावसाय कह सकते है.
मध्य प्रदेश की भाषा,जीवन शैली और त्यौहार
राज्य की मुख्य भाषा हिंदी है. लेकिन आदिवासी लोग अपनी –अपनी भाषा बोलते है.यहाँ बस्तर की पहाड़ियां और छतीसगढ़ के मैदानी इलाको में कबाइली लोगो के घर है.ये लोग सामान्य जीवन व्यतीत करते है.ये लोग परम्परिक तरीका से नाचना गाना जादा पसन्द करते है.इनके नृत्य अलग तरह के होते है.कबाइली लोग चावल के रोटी और गेंहू की रोटी दोनों खाते है.राज्य के लोग होली ,दीपावली ,दशहरा ,तथा ईद बड़े धूम धाम से मनाते है.
मध्य प्रदेश में कारखाने madhya pradesh me factory
राज्य में विधुत उपकरण बनाने का बहुत बड़ा प्लांट है.जो पुरे भारत का सबसे बड़ा प्लांट है.इसके बाद भिलाई स्टील प्लांट ,भोपाल में हैवी इलेक्ट्रिकल ,कोरबा में भारत एल्युमीनियम प्लांट तथा होशंगाबाद में सिक्यूरिटी पेपर मिल है.और देवास में नोट छापने का प्रेस है.नेपानगर में अखबारी कागज़,और बहुत स्थानों में सीमेंट की फैक्ट्री है.देवास में चमड़े का सामान भी तैयार करने और गाड़िया बनाने के फैक्ट्री भी है,और जबलपुर में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री ,गन कैरिज फैक्ट्री पोस्ट एण्ड टेलीग्राफ वर्कशॉप है.मध्य प्रदेश अपने देशी ,ग्रामीण परम्परिक हस्तशिल्प के लिए प्रसिद है.
मध्य प्रदेश ऐतिहासिक स्थान madhya pradesh praytak sthal
ग्वालियर एक पुराना नगर है.लेकिन ग्वालियर का किला तथा रानी झाँसी की समाधी एक एतेहासिक महत्त्व इस्थान है.और उज्जैन एक पुराना नगर है.ये अपने महाबलेश्वर मन्दिर के लिए प्रसिद है.इंदौर में पुराना मन्दिर तथा सूती कपड़ो की मिल है.यहाँ पर्यटक स्थल के रूप में साँची के स्तुप, खजुराहो की मन्दिर , विदिशा की गुफाएं , उदेश्वर, उदयगिरी , ओरछा , अमरकंटक , बेदाघट मार्बल रॉक्स जबलपुर ,पन्ना ,मांडू तथा पंचमरी आदि प्रसिद है.और रीवा अपने सफेद चिता के लिए प्रसिद है.उज्जैन जिला में हर 12 वर्षो में कुम्भ मेला का आयोजान होता है.जो पुरे विशव में प्रसिद है.
मध्य प्रदेश का नाम महान राजा विक्रमादित्य तथा संस्कृत के कवि कालिदास के साथ मिलता है.