सर्वनाम किसे कहते हैं, संज्ञा के स्थान पर जिन शब्दों का प्रयोग किया जाता है, उन्हें सर्वनाम कहते है| जैसे – मै, हम, तू, तुम, वह, वे आदि|
सीता एक सुन्दर कन्या थी| सीता राजा जनक की पुत्री थी| सीता का विवाह श्रीराम से हुआ था| सीता राजा दशरथ की पुत्रवधू थी|
ऊपर के वाक्यों में सीता शब्द का बार-बार आना बोलने और सुनने को अटपटा सा लगता है| यदि हम इन वाक्यों को इस प्रकार कहे तो ये अधिक स्वाभाविक और प्रभावशाली लगेंगे| सीता एक सुन्दर कन्या थी| वह राजा दशरथ की पुत्री थी| उसका विवाह श्रीराम से हुआ था| वह राजा दशरथ की पुत्रवधू थी| यहाँ ‘वह’ और ‘उसका’ शब्द ‘सीता’ के स्थान पर प्रयुक्त किये गए है इनसे वाक्य सुन्दर और चुस्त बन गए है| सर्वनाम किसे कहते हैं, सीता एक संज्ञा शब्द है| इसे बार-बार कहने से बचने के लिए हमने जिस शब्द का प्रयोग किया है| उसे सर्वनाम कहते है| सर्वनाम का शाब्दिक अर्थ ‘सब का नाम’ अर्थात इनका प्रयोग सब के लिए होता है|
कोई, कुछ, जो और कौन शब्दों का रूप एकवचन और बहुवचन दोनों में एक समान होता है| प्रयोग से ही हम समझ सकते है कि यह शब्द एकवचन है या बहुवचन| जैसे –
एकवचन | बहुवचन |
---|---|
कोई आया है | मेरे घर कोई आए है |
घी में कुछ मिला है | कुछ आम यहाँ पड़े है |
जो करे सो भरे | मै उनकी बात कर रहा हूँ जो युद्ध में मारे गए है| |
कौन आया है | सभा में कौन-कौन आये थे |
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सर्वनाम के भेद
सर्वनाम के 6 भेद होते है|
1. पुरुषवाचक सर्वनाम
जो सर्वनाम शब्द किसी पुरुष का बोध कराता हो, वे पुरुषवाचक सर्वनाम कहलाते है| जैसे –
- मै पाठशाला जाता हूँ|
- तू क्या कर रहा है?
- वह दिल्ली कब जाएगी?
पहले वाक्य में ‘मै’ सर्वनाम से बोलने वाले व्यक्ति का बोध हो रहा है| दुसरे में ‘तू’ से सामने उपस्थित किसी श्रोता का बोध हो रहा है| तीसरे वाक्य में ‘वह’ से किसी अन्य पुरुष का बोध हो रहा है| जो बोलने वाले और सुनने वाले से अलग है| इस प्रकार पुरुषवाचक सर्वनाम के तीन भेद हो गए|
उतम पुरुष
मै आम खाता हूँ|
हम फूटबाल खेलते है|
माध्यम पुरुष
तू क्या कर रहा है?
तुम दिल्ली कब जाओगे?
आप यहाँ बैठे?
अन्य पुरुष
वह तो घर पर नहीं मिला|
वे आएँ तो कह देना कि मै घर पर नहीं हूँ|
2. निश्चयवाचक सर्वनाम
सर्वनाम के जिस रूप से किसी व्यक्ति, स्थान, बात, वस्तु आदि का निश्चित रूप से बोध होता है| वह निश्चयवाचक सर्वनाम होता है| उदहारण के लिए
- रमेश कहाँ है? वह जा रहा है|
- अनिल कहाँ है? यह तो आ गया|
- वृक्षों से मुझे बेहद प्यार है, इन्हें मै ही सिचुँगा|
यहाँ हमने ‘वह’, ‘यह’, और ‘इन्हें’ शब्दों का प्रयोग किया है| ‘वह’ रमेश के लिए, ‘यह’ अनिल के लिए और ‘इन्हें’ वृक्षों के लिए प्रयुक्त होता है| वह, यह, इन्हें, आदि कहने से हमे निश्चित व्यक्ति या वस्तु का बोध हो रहा है|
3. अनिश्चयवाचक सर्वनाम
सर्वनाम के जिस रूप से किसी विशेष व्यक्ति, स्थान या वस्तु का स्पष्ट बोध नहीं होता, उसे अनिश्चयवाचक सर्वनाम कहते है| उदहारण के लिए
- उमेश ! देखना, दरवाजे पर कोई खड़ा है|
- ऐसा न हो कोई आ जाये|
- ध्यान से देखो, क्या पानी में कुछ पड़ा है|
पहले वाक्य में ‘कोई’ शब्द से यह स्पष्ट नहीं है कि व्यक्ति कौन है. जो दरवाजे पर खड़ा है| दुसरे वाक्य में ‘कोई’ शब्द से यह स्पष्ट नहीं है कि कौन आ जायेगा| इसी प्रकार तीसरे वाक्य में ‘कुछ’ के बारे में भी कहा जा सकता है|
अनिश्चय वाचक सर्वनाम में ‘कोई’ शब्द का प्रयोग किसी व्यक्ति के लिए होता है, जबकि ‘कुछ’ शब्द का प्रयोग पदार्थ के लिए होता है|
4. सम्बन्धवाचक सर्वनाम
जो सर्वनाम शब्द दो वाक्यों या शब्दों को परस्पर जोड़ते है, उन्हें सम्बन्धवाचक सर्वनाम कहते है| उदहारण के लिए
- जो करेगा, सो भरेगा|
- जिसने जैसा किया, उसने वैसा ही फल पाया|
यहाँ अपने दो शब्द देखे – ‘जो’ तथा ‘जिसने’, लेकिन ‘जो’ या ‘जिसने’ कहने से ही वाक्य पूरा नहीं होता| जो, के साथ ‘सो’ का और ‘जिसने’ के साथ ‘उसने’ का सम्बन्ध है| ये ऐसे शब्द है जो वाक्य में आए अन्य शब्दों में परस्पर सम्बन्ध सूचित करते है|
5. प्रश्नवाचक सर्वनाम
प्रशन करने के लिए जिन सर्वनाम शब्दों का प्रयोग होता है, उन्हें प्रश्नवाचक सर्वनाम कहते है| उदहारण के लिए
- इतनी रात गए कौन गा रहा है|
- आप क्या चाहते है|
- मेरी बातो का ऊतर कौन देगा|
- बोलो क्या खाओगे?
पहले वाक्य में ‘कौन’ शब्द से किसी प्राणी के सम्बन्ध में प्रश्न किया जा रहा है| इसी प्रकार दुसरे शब्द में ‘क्या’ शब्द से भी प्रशन का बोध हो रहा है| लेकिन एक बात ध्यान देने की है कि ‘कौन’ शब्द आम ग्रामीणों के लिए प्रयुक्त होता है, जबकि ‘क्या’ शब्द क्षुद्र प्राणीयो या निर्जीव वस्तुओ के लिए प्रयुक्त होता है|
6. निजवाचक सर्वनाम
जब अपने लिए ‘आप’, ‘अपना’, अथवा ‘अपने आप’ शब्द का प्रयोग हो, तब वह ‘निजवाचक’ सर्वनाम कहलाता है| उदहारण के लिए
- अपना काम कर|
- वह अपना काम करेगा|
- मै अपना काम कर रहा हूँ|
- वह अपने आप आयेगा
इन वाक्यों में ‘अपना’ और ‘आप’ शब्द उतम पुरुष, माध्यम पुरुष और अन्य पुरुष के (स्वयं का) अपने आप का ओढ़ करा रहे है| ऐसे शब्द निजवाचक सर्वनाम कहलाते है|
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