भारत के खनिज पदार्थ के नाम

खनिज पदार्थ

खनिज सम्पदा की दृष्टि से भारत एक सम्पन्न राष्ट्र है| यहाँ प्रयाप्त मात्रा में अनेक खनिजों के प्रचुर भण्डार है| यधपि उनका दोहन प्रयाप्त मात्रा में नहीं हुआ है| भारत में कोयला, बाक्साइट, बैराईट, खनिज लौह, अभ्रक, जिप्सम क्रोमाइट, डोलोमाइट व चुना पत्थर प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है, लेकिन एस्बेस्टस, फस्फेस्ट, तांबा, सीसा, टंगस्टन, टिन, प्लेटिनम, सोना व हीरो की कमी है| अभ्रक, मैगनीज आदि खनिजों का भारत निर्यात भी करता है| पेट्रोल का आयात करना पड़ता है| लेकिन अनेक भण्डारो की संभावनाओं के साथ इसका उत्पादन धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है|

भारत में खनिजों का विवरण निम्नलिखित है

खनिज पदार्थ के नाम

एल्युमीनियम – अलवाया (केरल), पोरबाला (मध्य प्रदेश), आसनसोल (पश्चिम बंगाल), रत्नागिरी (महाराष्ट्र), रेनुकुट (उतर प्रदेश), हीराकुंड (उड़ीसा) में खनिज प्रचुर मात्रा में पाया जाता है|

एस्बेस्टस – बिहार, कर्नाटक, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, मणिपुर|

एन्टीमनी – पंजाब व् कर्नाटक|

बैराइट – कुंडप्पा जिले में मंगनपेट (आंध्र प्रदेश) राजस्थान, तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश व उतर प्रदेश|

बाक्साइट – आंध्र प्रदेश, झारखण्ड बिहार, गोआ, गुजरात, जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा, राजस्थान, तमिलनाडु व उतर प्रदेश|

कोयला 

भारत में कोयला गोंडवाना क्षेत्र में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है| पश्चिम बंगाल में रानीगंज, झारखण्ड में झरिया, रामगढ, बेरमो, करनपुर और गिरिडीह में पाया जाता है| अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्र आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र तथा असम है| अरुणाचल प्रदेश, नागालैण्ड, मेघालय और जम्मू कश्मीर में टारशरी क्षेत्र का कोयला प्राप्त होता है| गुजरात, जम्मू कश्मीर, राजस्थान और तमिलनाडु में लिग्नाइट कोयला प्राप्त होता है| पश्चिम बंगाल व झारखण्ड 90 प्रतिशत कोयले का उत्पादन करते है| वैसे कोयला कुछ मात्रा में उड़ीसा, आंध्र प्रदेश में भी पाया जाता है मध्य प्रदेश के सिंगरौली कोयला क्षेत्र में कोयले का विशाल भण्डार पाया गया है|

क्रोमाइट – आंध्र प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मणिपुर, उड़ीसा और तमिलनाडु|

कोबाल्ट – राजस्थान और केरल|

तांबा – सिंहभूम, हजारीबाग, संथाल परगना (झारखण्ड), बालाघाट जिला (मध्य प्रदेश), झुन्झुनू व अलवर (राजस्थान), भोंटंगे (सिक्किम), आन्ध्र प्रदेश, चित्रदुर्ग व हासन जिले (कर्नाटक).

हीरा-पन्ना – छतरपुर एवं सतना (मध्य प्रदेश), कुरनूल ( आंध्र प्रदेश ) के रामल्लाकोटा व बंगमपल्ले तथा कृष्णा बेसिन में|

फायरक्ले – बिहार, गुजरात, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, तमिलनाडु, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, व आंध्र प्रदेश|

ल्फुरस्पार – गुजरात, मध्य प्रदेश व राजस्थान|

फेल्सपार – राजस्थान, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु व मध्य प्रदेश|

फास्फोरस – छतरपुर, सागर व झाबुआ (मध्य प्रदेश), उदयपुर जैसलमेर व बांसवाडा (राजस्थान), देहरादून, टेहरी व ललितपुर (उतर प्रदेश)|

सोना – कर्नाटक में कोलार क्षेत्र-कोलार जिला, रायचूर जिला, कर्नाटक में कोलार की खानों से निकला जाता है| इन खानों का 1956 में राष्ट्रीयकरण कर दिया गया| सोना आंध्र प्रदेश के चितूर व अनंतपुर जिलो की रामगिरी खान में भी प्राप्त हुआ है|

ग्रेफाइट – केरल, बिहार झारखण्ड, उड़ीसा, राजस्थान, तमिलनाडु, व आंध्र प्रदेश|

जिप्सम – राजस्थान, तमिलनाडु, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उतर प्रदेश व गुजरात|

लोहा – भारत में बहुत अच्छे श्रेणी का लोहा (हेमेटाइट) प्राप्त होता है| इसकी खाने झारखण्ड में सिंहभूम, उड़ीसा में क्याँझर, तलचर, बोनई, व मयुरभंज, मध्य प्रदेश, गोआ, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल व आन्ध्र प्रदेश|

सीसा – जस्ता-राजस्थान, मेघालय, गुजरात, पश्चिम बंगाल, उतर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिल नाडू, उड़ीसा व सिक्किम|

चुने का पत्थर – मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, गुजरात, बिहार, झारखण्ड, उड़ीसा, राजस्थान, व कर्नाटक|

मैंगनीज – इसके बड़े भण्डार आंध्र प्रदेश, गोआ, गुजरात, कर्नाटक, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, बिहार, उड़ीसा, व राजस्थान में है| प्रमुख उत्पादक राज्य उड़ीसा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश व महाराष्ट्र है|

अभ्रक – झारखण्ड (कोडरमा, गिरिडीह), आंध्र प्रदेश, राजस्थान (भारत का विश्व में प्रथम स्थान है)

शोरा – बिहार, उतर प्रदेश, पंजाब व तमिलनाडु|

पेट्रोलियम 

असम (दिगबोई, बदरपुर, नाहरकटिया, कासिमपुर, पल्हारिया रुद्रपुर, शिवसागर व मोर्न), गुजरात (खंभात की खाड़ी, अंकलेश्वर, कलोल), मुंबई हाई में तेल निकलने कार्य सागर सम्राट नमक विशाल जहाज द्वारा किया जा रहा है| अन्य क्षेत्र में भी तेल की खोज जरी है| इसमें त्रिपुरा, मणिपुर, पश्चिम बंगाल, गंगाघटी, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, कच्छ तथा उड़ीसा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक, महाराष्ट्र और गुजरात की तटीय क्षेत्र प्रमुख है|

प्राकृतिक गैस – पश्चमी तात के दक्षिणी थाले में, कावेरी तट, ख़मभात के थाले में कनाडा में जैसलमेर (राजस्थान) थाले में तनोट, तमिलनाडु, अबदाद (गुजरात) खोवाघाट (असम), लीगला ( आंध्र प्रदेश), मुंबई और कच्छ के निकट समुद्र में गैस के नए भण्डार मिले है|

चाँदी – कर्नाटक (कोलार क्षेत्र), झारखण्ड (मानभूम), राजस्थान (जावर क्षेत्र), तमिलनाडु (अनंतपुर)

संगमरमर – राजस्थान (मकराना, राजनगर), मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, कर्नाटक|

टिन – बिहार, झारखण्ड

थोरियम – केरल

टंगस्टन – राजस्थान, महाराष्ट्र, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल व उतर प्रदेश|

यूरेनियम – झारखण्ड (सिंहभूम), व मध्यवर्ती राजस्थान| यूरेनियम का कारखाना जादूगोड़ा झारखण्ड में स्थित है|

मोनेजाइट – केरल, तमिलनाडु, एवं चिल्का झील क्षेत्र वे गोदावरी डेल्टा (आंध्र प्रदेश) के तटीय क्षेत्र के रेत में पाया जाता है|

थोरियम – नीलगिरी, हजारीबाग, रांची, मेवाड़, पश्चमी घाट, तमिलनाडु के ग्रेनाईट क्षेत्रो में थोरियम मिलता है|

बेरिलियम – बिहार, आंध्र प्रदेश व राजस्थान

जिरकोनियम – केरल राज्य के तटीय बालू क्षेत्र में|

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