दूरदर्शन Doordarshan
Doordarshan दूरदर्शन एक ऐसे यंत्र है. जिसने करोडो लोगो तक अपना सन्देश को पहुँचाया क्योंकि भारत पहली बार किसी कलाकार या वस्तु को विडियो के माध्यम से लोगो तक पहुँचाया| ये सब गाँव के लोगो के लिए किसी अजूबा से कम नहीं था| उस समय न ही बिजली की व्यवस्था थी. और न ही टेलीवीजन, उस समय बैटरी एक पॉवर source की तरह कार्य किया करता था| जो हमे मनोरंजन का भरपूर आनंद देता था|
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भारत में दूरदर्शन की शुरुआत कब हुई
भारत में दूरदर्शन की शुरुआत 15 सितम्बर 1959 को दिल्ली में हुआ, जिसमे आधे घंटे का विकास कार्यक्रम को चलाया गया, उस समय सप्ताह में तीन दिन प्रसारण होता था, और वो भी आधे घंटे का|
दूरदर्शन का इतिहास History of Doordarshan
शुरू में दूरदर्शन को टेलीवीजन इंडिया के नाम से जाना जाता था. साल 1976 में इसे दूरदर्शन का नाम दिया गया और इस नाम ने उस समय जो रफ़्तार पकड़ा सारे रिकॉर्ड को तोड़ डाला था| क्योंकि उस समय शहर ही नहीं गाँव में भी दूरदर्शन का नाम लोगो तक पहुँच चूका था|
भारत में यही एक मात्र चैनल था जो सप्ताह में सातो दिन किसी न किसी धारावाहिक या कोई भी मनोरंजन कार्यक्रम को प्रसारित किया जाता था| 80 के दशक आते-आते दूरदर्शन सभी तरह के रिकॉर्ड को तोड़कर आगे निकल चूका था| उस समय ऐसे-ऐसे धारावाहिक और फिल्मो को प्रसारित करना शुरू किया जिससे लोग दूरदर्शन की और ज्यादा आकर्षित होने लगे| दूरदर्शन में प्रसारित होने वाली सभी धारावाहिक का समय को लोग अच्छी तरह याद रखते थे| और उस समय जिसके घर में टीवी होता था. वहाँ लोगो की भीड़ होती थी. क्योंकि गाँव में सबके घरो में उस समय टीवी नहीं होता था. उनमे से कुछ गिने चुने लोगो के पास ही टीवी हुआ करता था| इस तरह से लोगो ने दूरदर्शन को सफलता की और आगे बढ़ा दिया|
दूरदर्शन की कुछ चर्चित धारावाहिक
दूरदर्शन में ऐसे तो बहुत सारे धारावाहिक का प्रसारण होता था. लेकिन उनमे से कुछ ऐसे भी धारावाहिक थे. जो लोगो को आज भी याद है|
रामायण
महाभारत
अलिफ़ लैला
शक्तिमान
जूनियर जी
शाका लाका बूम बूम
विराट
अर्यमण आदि
दूरदर्शन क्यों डूबा
दूरदर्शन एक national चैनल यानि यह एक सरकारी चैनल है| और ये समय के साथ अपडेट नहीं रहा और न ही लोगो को समय समय पर कोई भी नयी धारावाहिक या नयी तरह के एंटरटेनमेंट को प्रसारित किया| वही अगर दुसरे चैनल की बात करे तो सोनी, colours, zee tv आदि, इन चैनल ने लोगो को अपने और बनाये रखने के लिए नयी नयी धारावाहिक से लेकर नए एंटरटेनमेंट भी लोगो देते है| जिससे आज भी ये सब चैनल सबसे आगे चल रहे है|
लोकडाउन में दूरदर्शन का प्रदर्शन अच्छा था. क्योंकि लोगो को घरो में रहने के लिए रामायण और महाभारत जैसे धारावाहिक का पुनः प्रसारण किया गया था| जिसमे लोगो की वही पुराने यादो को फिर ताज़ा करने के लिए|
दूरदर्शन की कुछ शानदार यात्रा
दूरदर्शन का प्रथम प्रसारण | 15 सितम्बर 1959 दिल्ली |
दूरदर्शन पर विज्ञापन सेवा आरम्भ | 1 जनवरी 1976 |
दूरदर्शन एक स्वतंत्रता के रूप में | 1 अप्रैल 1976 |
दूरदर्शन पर रंगीन प्रसारण | नवम्बर 1982 |
दूरदर्शन की यू.जी.सी सेवा आरम्भ | 15 अगस्त 1984 |
दिल्ली दूरदर्शन पर दूसरा चैनल आरम्भ | 15 सितम्बर 1984 |
बम्बई दूरदर्शन पर दूसरा चैनल आरम्भ | 1 मई 1985 |
दिल्ली दूरदर्शन टैलीटैक्स सेवा आरम्भ | 14 नवम्बर 1985 |
दूरदर्शन पर सुबह का प्रसारण आरम्भ | फरवरी 1987 |
दूरदर्शन पर रोजगार समाचार आरम्भ | मई 1988 |
चेन्नई दूरदर्शन पर दूसरा चैनल आरम्भ | 1 जुलाई 1988 |
पीतमपुरा नई दिल्ली में 235 ऊँचा टीवी टावर आरम्भ (एशिया में प्रथम) | 7 नवम्बर 1988 |
दूरदर्शन पर अपराहा सेवा आरम्भ (c.p.c) दिल्ली | 26 जनवरी 1989 |
दूरदर्शन में 5 नये चैनल आरम्भ | 15 अगस्त 1993 |
देश में दूरदर्शन केंद्र | 26 |
देश में दूरदर्शन ट्रांसमीटर | 526 (1992 के अंत तक) |
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