जादूगोड़ा किस लिए प्रसिद्ध है

जादूगोड़ा क्या है

जादूगोड़ा झारखण्ड राज्य का एक ऐसा शहर जो पुरे देश में अपना शीर्ष स्थान रखता है| यह शहर अपनी प्राकृतिक सुन्दरता एवं खनिज उत्पादन के लिए जाना जाता है| जादूगोड़ा शहर आज के समय में तेजी से आगे बढ़ रहा है|

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जादूगोड़ा के बारे में

झारखण्ड का जादूगोड़ा  एक ऐसा स्थान है. जहाँ विभिन्न प्रकार की जनजाति निवास करते है| जैसे संथाल, गोंड, मुण्डा, एवं पहाड़ी जनजाति आदि| जादूगोड़ा पहाड़, पर्वत एवं नदियों से घिरा हुआ है| जिसके चलते यहाँ पंक्षियों, साँप, और कई जंगली जानवरों का भी बसेरा है| जादूगोड़ा की संस्कृति बिहार, ओडिशा, पश्चिम बंगाल की संस्कृति से प्रभावित है| जो झारखण्ड के पडोसी राज्य भी है. जादूगोड़ा शहर की प्रमुख त्यौहार दुर्गा पूजा, दीपावली, होली, छठ, टुसू, आदि है, जो प्रत्येक वर्ष बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है|

जादूगोड़ा कहाँ है

भारत के झारखण्ड राज्य के पूर्वी सिंहभूम के घाटशिला उपखण्ड के मुसाबनी सीडी ब्लाक में जादूगोड़ा शहर स्थित है|

जादूगोड़ा किस लिए प्रसिद्ध है

खनिज उत्पादन के लिए विश्व भर जादूगोड़ा प्रसिद्ध है. जिसमे युरेनियम प्रमुख है. यहाँ हर साल 300 टन युरेनियम का उत्पादन होता है| इसके अलावा यह प्राकृतिक सुन्दरता के लिए के लिए भी जाना जाता है|

नामकरण

जादूगोड़ा का नाम जदगोडा शब्द से लिया गया है. जिसका अर्थ आदिवासी भाषा में इसे हाथियों का भूमि कहा जाता है| एक समय था, जब यहाँ एशियाई हाथियों का घर हुआ करता था| लेकिन समय के साथ-साथ यहाँ खदान और प्लांट को स्थापित किया गया, जिसके चलते हाथियों को नुकसान हुआ और अन्त में घने जंगले की और चले गाये|

स्थापना

शहर की स्थापना 1965 में हुई थी. जहाँ पूर्वी सिंहभूम में भारतीय युरेनियम निगम की एक बस्ती है| यह पहली ऐसी खदान है. जहाँ उचित पैमाने पर युरेनियम का उत्पादन किया जाता है|

पर्यटक स्थल

रंकनी मंदिर Rankini mandir jadugoda history in hindi

यह मंदिर जादूगोड़ा बाज़ार से मात्र 2 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है| इस मंदिर की कुछ प्रचलित कथा है, कहा जाता है, कि स्थानीय आदिवासी ने एक आदिवासी लड़की को एक राक्षस को मरने के लिए देवी का रूप धारण करते देखा, तब उसने उस लड़की का पीछा भी किया, लेकिन वह जंगले में गयब हो गयी| तब उसी रात एक व्यक्ति के सामने प्रकट हो गयी और उसने आदेश दिया कि इस स्थान पर एक मंदिर बनना चाहिए|

गुल्डी ब्रिज- यह ब्रिज ucil कोलोनी और मुसाबनी से लगभग 5 किलोमीटर की दुरी पर है| जो स्वर्ण रेखा नदी का सबसे बड़ा ब्रिज है|

जादूगोड़ा खान कहां स्थित है

झारखण्ड के जादूगोड़ा में “युरेनियम कारपोरेशन ऑफ india लिमिटेड” जो भारत सरकार का एक उधम है| यह 1960 में युरेनियम की उपस्थिति के चलते स्थापित किया गया था| यहाँ से 300 टन युरेनियम प्रति वर्ष उत्पादन होता है| जादूगोड़ा से 12 किलोमीटर दूर पश्चिम में नरवा पहाड़ खदान है| जो देश के आधुनिक खदानों में से एक है| जिसमे रुसी तकनीक का इस्तेमाल किया गया है|

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