छतीसगढ़
- छतीसगढ़ कभी मध्य प्रदेश का हिस्सा हुआ करता था.लेकिन साल 1 नवम्बर 2000 को अलग होकर एक नया राज्य छतीसगढ़ बना.जो भारत के 26वाँ राज्य के रूप में जाना जाने लगा.जो क्षेत्रफल के आधार पर भारत का 9वाँ सबसे बड़ा राज्य है.लेकिन जनसंख्या के आधार पर छतीसगढ़ राज्य भारत के 17वें स्थान पर है.छतीसगढ़ की राजधानी रायपुर है.छतीसगढ़ राज्य को झारखण्ड ,उड़ीसा ,मध्य प्रदेश ,महाराष्ट्र ,उत्तर प्रदेश ,आंध्र प्रदेश राज्य के चारो और से घिरा हुआ है.छतीसगढ़ को प्राचीन समय में दक्षिण कोशल के नाम से जाना जाता था.जिसका उलेख रामायण और महाभारत जैसे धर्म ग्रंथो में भी देखने को मिलता है.छतीसगढ़ राज्य में वर्तमान में 174 तहसील है.जो राज्य सरकार इसे बढ़ाने की और आगे बड रही है.
राज्य | राजधानी /जनसंख्या/ क्षेत्रफल |
1 छतीसगढ़ | रायपुर |
2 जनसंख्या | 2,55,46,198 |
3 क्षेत्रफल | 1,35194 km² |
4 राज्य का गठन | 1 नवम्बर 2000 |
5 विधानसभा सीटे | 90 |
6 राज्य सभा सीटे | 5 |
7 लोक सभा सीटे | 11 |
8 राज्य की भाषा | हिंदी ,छतीसगढ़ी |
9 जिला | 28 |
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छतीसगढ़ में कितना जिला है.वर्तमान में, छतीसगढ़ में कौन कौन सा जिला है.
- छतीसगढ़ में कुल 28 जिला है जो इस प्रकार है.
जिला के नाम | जिला के नाम |
1 कवर्धा जिला | 15 गरियाबंद जिला |
2 कांकेर जिला (उतर बस्तर ) | 16 सूरजपुर जिला |
3 कोरिया जिला | 17 कोंडागांव जिला |
4 कोरबा जिला | 18 बस्तर जिला |
5 राजनंद गांव जिला | 19 बिलासपुर जिला |
6 रायपुर जिला | 20 दुर्ग जिला |
7रायगढ़ जिला | 21धमतरी जिला |
8 सरगुजा जिला | 22दन्तेवाडा जिला (दक्षिण बस्तर ) |
9 नारायणपुर जिला | 23चाम्पा जिला |
10 बीजापुर जिला | 24 जशपुर जिला |
11 बेमेतरा जिला | 25 महासमुन्द जिला |
12 बालोद जिला | 26 मुंगेली जिला |
13 बलौदा बाज़ार जिला | 27सुकमा जिला |
14 बलरामपुर जिला | 28 गौरेला पेंड्रा मारवाही जिला |
- छतीसगढ़ राज्य जब अलग हुआ था.तो इसमें केवल 16 ही जिला था.उसके बाद साल 2007 में 2 नया जिला को बनाया गया, जिसमे नारायणपुर और बीजापुर शामिल है.उसके बाद साल 2012 में 9 नए जिलो का निर्माण हुआ था.फिर साल 2019 में एक और छतीसगढ़ का 28वाँ नया जिला को बनाया गया जिसका नाम गौरेला पेंड्रा मारवाही है.इस तरह अब छतीसगढ़ में कुल 28 जिले है वर्तमान में.
छतीसगढ़ का सबसे बड़ा जिला और छोटा जिला कौन सा है
- राज्य का सबसे बड़ा जिला क्षेत्रफल के आधार से राजनांदगांव गांव जिला है.जिसका क्षेत्रफल 8052.53 वर्ग किलोमीटर है.राजनांदगांव गाँव 1973 में दुर्ग जिले से अलग होकर अस्तित्व में आया.जो सोमवंसी,कलचुरी ,मराठावो का यंहा शासन हुआ करता था.छतीसगढ़ का सबसे छोटा जिला का नाम क्षेत्रफल के आधार पर दुर्ग जिला है.जिसका क्षेत्रफल 2320 वर्ग किलोमीटर है. दुर्ग जिला और इसके शहर को ट्विन सिटी भी कहा जाता है.
छतीसगढ़ के पर्वत ,पहाड़ ,और छत्तीसगढ़ जंगल
- राज्य छोटी बड़ी पर्वत ,पहाड़ से घिरा हुआ है.जिसमे घने जंगल भी शामिल है. राज्य में साल ,सागौन ,बीजा ,बांस ,तेंदू के पते ,महुआ ,प्लाश आदि के पेड़ अधिक मात्रा में मिलता है.छतीसगढ़ के जंगल में सांभर ,भालू ,चिंकारा ,जंगली सूअर ,लोमड़ी ,जंगली बिल्ली ,जंगली कुत्ते ,सांप और चिड़ियाँ के ढेरो सारे प्रजाति देखने को मिलते है.छतीसगढ़ के प्रमुख पहाड़ या पर्वत ,उत्तर में सतपुड़ा और दक्षिण में बस्तर की पठार है .
नदी और कृषि
- छतीसगढ़ में महानदी और उसकी सहायक नदी एक बहुत बड़ा उपजाऊ मैदान का निर्माण करती है.जिसकी लम्बाई 322 किलोमीटर और चौड़ाई 80 किलोमीटर है.जो समुन्द्र तल से मैदान की ऊंचाई लगभग 300 मीटर है.इस उपजाऊ मैदान के चलते यहाँ धान की खेती अधिक होती है.जिसे धान का कटोरा के नाम से भी जाना जाता है.छतीसगढ़ के प्रमुख नदिया महानदी ,शिवनाथ ,इन्द्रावती नदी और भी छोटी छोटी नदिया है.
- राज्य में लगभग 70 से 80 प्रतिशत ग्रामीण इलाका के लोग कृषि का कार्य करते है.यहाँ खरीफ फसल का पैदावार अधिक होती है.जिसमे धान प्रमुख है.दुसरे फसलो का भी उत्पादन होता है दलहन .अरहर ,सोयाबीन ,बाजरा ,आज के समय में उनन्त तकनीक से विभिन प्रकार के फसल का उत्पादन किया जाता है.राज्य में सिंचाई के लिए पानी की आपूर्ति के लिए कुछ नदी घटी परियोजना भी है.तांदुला डैम ,कोडर प्रमुख है.
छतीसगढ़ की मिट्टी
राज्य में विभिन प्रकार के मिट्टी पायी जाती है.
- लाल और पिली मिट्टी – इस तरह की मिट्टी चकलेटी रंग का होता है.ये मिट्टी ज्यदातर चटानो से टूट कर बनता है.और पानी के संपर्क में आने से ये मिट्टी हल्के पीले रंग के दिखाई देता है.जिसे लाल पिली मिट्टी कहा जाता है.इस तरह के मिटी में लौह ,चुना और एलुमिना की मात्रा अधिक होती है.लाल पिली मिट्टी में बाजरा के खेती अधिक मात्रा में होती है.इसके अलावा भी कपास ,गेंहू ,और मोटे अनाज के लिए अच्छी मनी जाती है.राज्य में इस तरह की मिट्टी लगभग 7 से 8 प्रतिशत के मात्रा में पाया जाता है.
- लेटेराइट मिट्टी – इस तरह की मिट्टी लाल ईटे जैसा दिखाई देता है.ये मिट्टी जिले के विलासपुर ,कोरबा ,जांजगीर ,दुर्ग ,बस्तर जैसे जगहों पर मिलता है.इस तरह की मिट्टी लेटेराइट चटानो के टूटने से बनता है. लेटेराइट मिट्टी में लोहा ,एल्युमीनियम ,और चुना का मात्रा अधिक होता है.इस तरह की मिट्टी में चाय की खेती ,कहवा की खेती किया जा सकता है.क्योंकि लेटेराइट मिट्टी अम्लीय होती है.
- काली मिट्टी – इस तरह की मिट्टी काली रंग की होती है.क्योंकि इसमें लौहा और जीवाश्म की मात्रा होने कारण इसका रंग काला होता है.जिसे काली मिट्टी कहा जाता है.इस तरह की मिट्टी में कपास की खेती अधिक मात्रा में किया जाता है.क्योंकि काली मिट्टी कपास के लिए अच्छा मना जाता है.इस मिट्टी में मैग्नीशियम ,लौहा,और कार्बनिक की मात्रा जादा होता है.
- लाल दोमट मिट्टी – इस तरह की मिट्टी का निर्माण अम्लरहित चट्टान के द्वारा होता है.ऐसे मिट्टी में धान की खेती अधिक मात्रा में किया जाता है.इसीलिए राज्य में धान की पैदावार सबसे अधिक मात्रा में होती है.जिसे धान के कटोरी के नाम से संबोधित किया जाता है.
खनिज संसाधन
- छतीसगढ़ में कई तरह के खनिज पाये जाते है.जिसमे डोलोमाइट .लाइमस्टोन ,मोल्डिंग रेत, चुना पत्थर.कोयला .कच्चा लौहा,बक्साइट ,टिन जैसे खनिज का बहुत बड़ा भंडार है. भारत देश का 20प्रतिशत स्टील और सीमेंट का उत्पादन छतीसगढ़ राज्य में होता है.इसके अलावा हीरे ,सोना को बनाने वाली धातु का भी बहुत बड़ा भंडार है जिससे आगे चलकर रोजगार का द्वार खोल सकता है.इसी तरह कच्चे टिन का उत्पादन भी राज्य में होता है.
- छतीसगढ़ में लगभग 20 फीसदी स्टील और 15 फीसदी सीमेंट का उत्पादन होता है.इसमें भिलाई स्टील प्लांट ,अम्बुजा सीमेंट ,लाफार्ज सीमेंट ,ए.सी.सी सीमेंट ,साउथ ईस्टर्न कोल्फील्ड ,एन.टी .पी.सी जैसे बड़े फैक्ट्री है इसके अलावा छोटी बड़ी फैक्ट्री बहुत सारे है.
छत्तीसगढ़ ऐतिहासिक स्थल और पर्यटक स्थल
- चित्रकोट जलप्रपात
- तीर्थगढ़ जलप्रपात
- कैलाश गुफाएं
- बंबेलेश्वेरी देवी मंदिर
- भोरमदेव मंदिर
- अमरकंटक
- गंगरेल बांध
- कांगेर घटी राष्ट्रीय उधान
- इंद्रावती रास्ट्रीय उधान
- खूंटाघाट बांध
- महामाया मंदिर बिलासपुर
- माता पताल भैरवी मंदिर
- मेत्रिबाग भिलाई
- स्वर्गमाला मंदिर
स्कूल ,कॉलेज ,और छत्तीसगढ़ यूनिवर्सिटी
- राज्य में देश के बेहतरीन कॉलेज ,शिक्षण संसथान,मेडिकल कॉलेज मौजूद है.जो देश के अलग अलग जगहों से विधार्थी पढने के लिए आते है.जिससे उसकी भविष्य बेहतर और रोजगार का अवसर मिल सके.इनमे मुख्य रूप से,एम्स ,एन.आई.टी,आई.आई.टी ,आई.आई.एम् जैसा बड़ा टेक्निकल संस्थान है.इसके अलावा नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी ,होटल मेनेजमेंट आदि के कॉलेज भी मौजूद है.
स्वस्थ सेवा
- छतीसगढ़ में एम्स रायपुर ,गवर्मेंट डेंटल कॉलेज रायपुर ,डॉ भीमराव अमेडकर मेमोरियल अस्पताल रायपुर ,जैसा अस्पताल मौजूद है.इसके अलावा छोटी बड़ी नर्सिंग होम ,निजी अस्पताल बहुत ज्यादा संख्या में मौजूद है.
जातियां और छत्तीसगढ़ी भाषा
- राज्य में अलग अलग जाति के लोग देखने को मिलेंगे.2011 के जनगणना के अनुसार यहाँ 78 लाख केवल अनुसूचित जनजाति के लोग रहते है.जिसमे पिछड़ा जनजाति भी शामिल है.इसमें उरावं ,भतरा,पहाड़ी कोरवा ,कमार बैगा जैसा ढेर जाति निवास करते है. छतीसगढ़ का मुख्य भाषा हिंदी और स्थानीय भाषा छतीसगढ़ी है. जो यहाँ के लोगो द्वारा बोली जाती है.